Getting My shiv chalisa lyricsl To Work
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नन्दि गणेश सोहै तहँ कैसे। सागर मध्य कमल हैं जैसे॥
जय सविता जय जयति दिवाकर!, सहस्त्रांशु! सप्ताश्व तिमिरहर॥ भानु! पतंग! मरीची! भास्कर!...
त्राहि त्राहि मैं नाथ पुकारो। यहि अवसर मोहि आन उबारो॥
जय गिरिजा पति दीन दयाला। सदा करत सन्तन प्रतिपाला॥
कहे अयोध्या आस तुम्हारी। जानि सकल दुःख हरहु हमारी॥
मातु पिता भ्राता सब कोई। संकट में पूछत नहिं कोई॥
इच्छा तुम्हारी बिना कुछ भी नहीं होता ॥
वेद नाम महिमा तव गाई। अकथ अनादि भेद नहिं पाई॥
कठिन भक्ति देखी प्रभु शंकर। भये प्रसन्न दिए इच्छित वर॥
काम की बात श्रीराम शलाका Shiv chaisa मध्यप्रदेश एक्सप्लेनर क्राइम रामायण महाभारत फनी जोक्स चुटकुले
भाल चन्द्रमा सोहत नीके। कानन कुण्डल नागफनी के॥
पण्डित त्रयोदशी को लावे। ध्यान पूर्वक होम करावे॥
सांचों थारो नाम हैं सांचों दरबार हैं - भजन
ॠनिया जो कोई हो अधिकारी। पाठ करे सो पावन हारी॥